खुदा और में

तू मेरा खुदा होता.
जो तू मेरे से जुदा ना होता. .

पीता मै तेरे आँखों से वो आस्क जो तू मेरा होता. ..
मांग लेता तेरे लिए वो तमाम सुख़ और खुशियाँ
जो तो मांग लेता मुझे अपनी दुआ में तो किया में तुम से  जुदा होता. . .

तू मेरा खुदा होता
जो तू मेरे से जुदा ना होता. .

इश्क आज भी हैं मुझे तेरे इश्क से
हाँ  वो ही इश्क जो तूने करने ना दिया. .
चाहता तो में भी था तेरे इश्क में ग़ालिब बनु और तू मेरी शायरी बने. .  और में तेरा  शायर..

पढ़ता तुजे रोज तुजे ही याद करके. . . पर ये हो ना सका. . . तेरी सननक ने तुझें इतना महान बना दिया की तुझें हम जैसे नाचीज़ में वो चीज़ ना मिली जो तुझें खास बना देती.. .

किया तुझे पता  हैं. तू मेरा खुदा होता  जो तू मेरे से जुदा  ना  होता.

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